आंखी बाठु दिखणी छन,
वी कू दिल मा आणा कू,
जणदू छो की व नि आली,
पर किया कन ये पराण कू ,
is my own line about her but i am still wating
जाणी कुजणी कखा बट्नी ए होली खुद तेरी ,
खुद तेरी ,
मीठी मीठी सी किकोली लगे गे गोली मा हों हों हों हों**************************हिचकियों से एक बात का पता चलता है,कि कोई हमे याद तो करता है,बात न करे तो क्या हुआ,
कोई आज भी हम पर कुछ लम्हे बरबाद तो करता है ज़िंदगी हमेशा पाने के लिए नही होती,
हर बात समझाने के लिए नही होती,याद तो अक्सर आती है आप की,
लकिन हर याद जताने के लिए नही होती
Wednesday, April 7, 2010
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